Sunday, June 28, 2015

ठरकी दामाद की हवस 26

उसने अपना हाथ हटाना चाहा तो अजय ने रोक दिया और बोला : "प्लीज़ पूजा....सिर्फ़ एक बार....अब इतना कुछ तो हो ही चुका है हमारे बीच,ये भी हो जाएगा तो क्या होगा...एक बार किस्स कर लो बस....फिर मैं कुछ भी करने को नही कहूँगा तुम्हे....''

पूजा : "पर जीजू.....ये सब......आई मीन..........गलत है .....ना....''

अजय : "देखा जाए तो सब ग़लत है, तुम्हारा मुझे अपनी सहेलियों के सामने बी एफ बोलना, हमारा यहाँ आना, हमारा किस्स करना...सब ग़लत है...ऐसे में एक और ग़लत काम हो जाएगा तो कुछ नही होगा...''

पूजा अजय की गोद में बैठी ये सब बातें कर रही थी...और दूर बैठी सोनी को कुछ भी सुनाई नही दे रहा था...वो तो पहले से ही उन दोनो की इतनी हॉट और सेक्सी किस्स को देखकर अपनी चूत मसल रही थी...और अब ये सोचकर की शायद कुछ देर के लिए दोनो बातें कर रहे हैं,वो उनके अगले एक्शन का इंतजार करते हुए अपने बूब्स दबा रही थी झाड़ियों के बीच बैठकर..

अजय ये तो समझ ही चुका था की वो मान जाएगी, बस थोड़ी बहुत और मेहनत करनी पड़ेगी..

इसी बीच पूजा ने अपना हाथ छुड़वा लिया और बोली : "नही जीजू...ये मुझसे नही होगा...आप चाहो तो थोड़ी देर तक और किस्स कर सकते हो मुझे...''

इतना कहकर उसने फिर से अपनी आँखे बंद कर ली और अपना चेहरा अजय के सामने परोस दिया..

अजय भी हरामी था, उसे पता था की ऐसे मौके पर क्या करना चाहिए....उसने पूजा के चेहरे को पकड़ा और उसे फिर से चूमना शुरू कर दिया...और इस बार अपने वाले जंगली तरीके से....



जिसे महसूस करके पूजा के शरीर का पारा बढ़ता चला जा रहा था...

और इसी बीच अजय ने अपनी पेंट की ज़िप खोलकर अपने लंड को बाहर निकाल लिया....और पूजा को चूमते-2 ही उसने उसके हाथ को पकड़कर एक बार फिर से अपने लंड की तरफ दबा दिया...एक तो अजय की किस्स का नशा और उपर से उत्तेजना का...ऐसे में पूजा ने भी मना नही किया और अजय के लंड वाले हिस्से पर अपने नाज़ुक हाथ रख दिए ...

पर इस बार लंड अंदर नही,बाहर था..और नंगा भी 

और अजय के नंगे लंड पर हाथ लगते ही उसकी आँखे गोल हो उठी...और उसने हैरान होते हुए अपना चुम्बन तोड़ दिया और अपनी नज़रें घुमाकर उसने नीचे देखा.

अजय का लौड़ा किसी नाग की तरह लहराता हुआ उसकी पेंट से निकल कर खड़ा था. और पूजा के हाथ अजय के काले लंड पर लिपटे हुए थे 

large cock 

और पहली बार किसी के इतने लंबे लंड को इतने करीब से नंगा देखकर पूजा अपनी सुध बुध खो बैठी...वो चाहकर भी अपने हाथ अजय के लंड से नही हटा पा रही थी 

और फटी हुई आँखो से उसे देखती ही रह गयी..

अजय : "बस एक बार...एक बार चूम लो इसको....प्लीज़...''

पूजा ना में सिर हिलाती रह गयी पर अजय ने उसे अपने लंड पर दबा दिया...उसका सिर्फ़ सिर ही हिल रहा था ना में , नीचे जाने में उसने कोई विरोध नही किया...और जैसे ही अजय के लंड की खुश्बू उसकी नाक से टकराई,पता नही क्या नशा चड़ा उसपर,उसकी आँखे फिर गयी...वो मदहोश सी हो गयी...और एक बार फिर से उसके मुँह से तेज साँसे निकलने लगी...और अजय ने उसकी मदहोशी का फायदा उठाते हुए अपने लंड को उसके होंठों से लगा दिया...और बाकी का काम उसने खुद ब खुद कर लिया...एक ही झटके में वो अजय के लंड को किसी मोटे खीरे की तरह अपने मुँह में ले गयी...

cock in mouth

और फिर अपनी गर्म जीभ उसपर रखकर उसने जोरों से उसे चूसना शुरू कर दिया....अजय का लंड उसके मुंह में ऐसा गया जैसे कोई मोटा गन्ना जूस निकालने वाली मशीन में जा फंसता है , और पूजा उसे चूसकर जूस निकालने में लग गयी और उसे ढेर सारी थूक से नहला दिया...



अजय ने तो सिर्फ़ किस्स करने के लिए बोला था उसे...पर ये शायद उसकी एक और फॅंटेसी थी अपने राजकुमार के लिए, की पहली बार जब उसके लंड को चुसेगी तो क्या करेगी..

बस फिर क्या था....पूजा ने अजय के लंड के साथ ठीक वैसा ही व्यवहार करना शुरू कर दिया जैसा वो उसके होंठों के साथ कर रही थी...

बुरी तरह से उसने अजय के मोटे ताजे लंड को पकड़ कर चूसना , चूमना और चाटना शुरू कर दिया..

अजय ने अपने दोनों हाथों से उसके सिर को पकड़ रखा था...और अपनी आँखे बंद करके उसके होंठों का मज़ा ले रहा था...



और दूर बैठी सोनी को उसने इशारा करके ये भी जता दिया की देखे लो...जो देखने के लिए तुम मरी जा रही थी, वो सब पूजा कर रही है.. 

सोनी ने शायद अपनी लाइफ में आज तक इतने गर्म सीन नही देखे थे, जो अजय और पूजा एक दूसरे के साथ कर रहे थे...उसका एक हाथ फिसलकर उसकी जींस में घुस चुका था और वो वहीं गंदी सी ज़मीन पर , पेड़ के नीचे बैठकर, एक हाथ से अपनी चूत और दूसरे से अपना दाँया स्तन दबा रही थी..

भले ही सोनी थोड़ी दूर थी, पर फिर भी उसकी हरकतों को देखकर, और अपने लंड के उपर चल रहे हमले को महसूस करके अजय एक मिनट में ही झड़ने के करीब पहुँच गया..वैसे तो जिस तरह का कामुक खेल उसके और पूजा के बीच चल रहा था, ऐसे में वो काफ़ी समय पहले ही झड़ चुका होता अगर उसके लंड को सही तरीके से तवज्जो मिली होती, पर पूजा ने जिस जंगली अंदाज में उसके लंड लंड को चूसना शुरू किया तो वो ऑर्गॅज़म जो उसने अपनी इच्छा-अनुसार दबा कर रखा हुआ था, एक भयानक रूप लेकर बाहर निकलने लगा...

और वो अपने झड़ने की खबर पूजा को नही देना चाहता था, क्योंकि वो उसे अपने लंड की गर्म बारिश में भिगो देना चाहता था...

और बिना किसी वॉर्निंग के उसके लंड से एक बारूद सा फूट पड़ा...और वो अपनी कमर तिरछी करके ज़ोर से चिल्लाया...

''आआआआआआहह ........ ओह ...पूज़ाआाआआअ....... ओह..... आई एम कमिंग ...................... ''

और कमिंग वर्ड सुनते ही पूजा का एंटिना एकदम से खड़ा हो गया, और उसने लंड को बाहर निकालना चाहा, पर तब तक देर हो चुकी थी....अजय के लंड ने एक के बाद एक पिचकारियाँ मारकर उसके मुँह को अपने गाड़े रस से भर दिया...



और उपर से अजय ने उसके सिर पर दबाव डालकर अपना रस उगलता हुआ लंड उसके मुँह के और अंदर घुसेड़ दिया...और ऐसा करते ही आख़िरी की पिचकारियाँ सीधा उसकी हलक के अंदर गयी...और साथ ही साथ उसके मुँह में भरा हुआ रस भी...कुछ बाहर गिरा और कुछ अंदर....



पूजा की आँखे बाहर निकलने को हो गयी...ऐसा गेग किया था अजय ने अपने लंड से उसकी हलक को...

और अंत मे अजय ने अपना लंड बाहर खींच लिया...और पूजा खाँसती हुई पीछे हट गयी...

दोनो अपनी-2 हालत को संभालने की कोशिश करने लगे...

पूजा ने अपने पर्स से पानी को बॉटल निकालकर अपना मुँह सॉफ किया...पानी पिया...पर अजय के रस का स्वाद उसके मुँह से जा ही नही रहा था...वैसे तो काफ़ी टेस्टी लगा था वो उसे...पर बेशर्म होकर वो कुछ बोल भी नही सकती थी उसे.

थोड़ी देर बाद दोनो बिना कुछ बोले बाहर की तरफ चल दिए..

अजय ने जाते हुए एक बार पीछे मुड़कर सोनी की तरफ देखा..जो झड़ने के बाद निढाल सी होकर आधी नंगी सी पेड़ के नीचे बैठी थी...

और दोनो के ही मन में सिर्फ़ एक बात चल रही थी..

'कल मिलो ज़रा...तब देखा जाएगा की किसमे कितना दम है.'

वापिस जाते हुए पुर रास्ते पूजा ने अपने जीजू का हाथ नही छोड़ा, वो अजय की बाजू को अपनी बगल में दबा कर बैठी रही और उसे अपने स्तनों की गर्मी प्रदान करती रही.अजय भी उसमे आए इस बदलाव से काफ़ी खुश था.

प्राची काफ़ी देर से उनका इंतजार कर रही थी...वैसे तो अजय ने कॉलेज से निकलने से पहले उसे बता ही दिया था की प्रोग्राम थोड़ा लेट ख़त्म हुआ है इसलिए आने में देर हो जाएगी पर फिर भी एक आदर्श बीबी की तरह वो बिना खाना खाए अजय का वेट कर रही थी.

अजय के साथ पूजा भी उपर आ गयी, क्योंकि काफ़ी रात हो चुकी थी और वो अपने घर वालो को उठाना नही चाहती थी.वैसे भी प्राची ने पहले ही अपनी माँ को बोल दिया था की दोनो लेट आएँगे इसलिए पूजा आज की रात उनके घर ही सो जाएगी.

प्राची ने खाना गर्म किया और सबने मिलकर खाया.

बीच-2 में अजय और पूजा की नज़रें जब भी मिलती तो दोनो के चेहरे पर एक अजीब सी स्माइल आ जाती, पूजा तो अपनी जिंदगी के इस पहले सेक्स एक्सपीरियेन्स से काफ़ी उत्साहित थी..अभी तो सिर्फ़ किस्स और लंड चुसाई ही हुई थी...बाद में जब असली काम शुरू होंगे तो कैसा फील होगा...यही सोचकर वो मुस्कुराए जा रही थी.अब उसे भी अपने ठर्की जीजू अच्छे लगने लगे थे..और लगे भी क्यो नही,ऐसा एक्सपीरियेन्स जो मिला था उसे अपने जीजू से..

अजय के मन में कुछ और ही चल रहा था...वो सोच रहा था की अब ये बात तो पक्की हो चुकी है की आज की रात पूजा उनके घर पर ही रुकेगी..इसलिए रात को मौका देखकर वो थोड़ा आगे बढ़ने की सोच रहा था..चुदाई तो नही पर उसकी कुँवारी चूत के पानी को पीने की त्रीव इच्छा हो रही थी उसे.

उसे अपनी सुहागरात याद आ रही थी,जब उसने अपनी लाइफ में पहली बार किसी की यानी प्राची की चूत चूसी थी...और वो काम उसने चुदाई से पहले किया था...यानी उसने प्राची की चूत जब चूसी थी,तब वो कुँवारी थी..भले ही उसके बाद हर रात उसने वो चूत चुसाई दोहराई थी,पर वो मज़ा आज तक उसे नही मिल पाया था जो कुँवारी चूत को चूसने पर मिला था..कुँवारी चूत में से निकलने वाली वो भीनी सी महक...वो सुगंध आज तक अजय के नथुनों में समायी हुई थी...इसलिए अजय ने ठान लिया था की पूजा की चूत मारने से पहले वो उसकी चूत कम से कम 15-20 बार चुसेगा..

पर हर बार की तरह अजय का ये ख़याल शायद आज की रात पूरा नही होने वाला था.

क्योंकि आज प्राची की चूत में भूकंप आया हुआ था..और वो तो कब से अजय के घर वापिस आने का ही इंतजार कर रही थी...और ऐसे में उसका पूजा के पास जाना बड़ा ही मुश्किल था.

प्राची की प्रेगनेंसी की वजह से वो दोनो ज़्यादा चुदाई नही कर पा रहे थे, इसलिए प्राची की चूत में आज ज्वार भाटे की तरह उफान आ रहे थे...

इसलिए जैसे ही पूजा बाथरूम में कपड़े बदलने के लिए गयी, प्राची झट से आकर अजय की गोद में बैठ गयी.

अजय : "अर्रे ... ये क्या कर रही हो...तुम्हारी बहन ने देख लिया तो...''

प्राची (थोड़े लाड भरे स्वर में) : "देखती है तो देख ले...मुझे कोई फ़र्क नही पड़ता...मैं तो अपने पति की गोद में बैठी हूँ ...किसी गेर की नही...और वैसे भी ..आज बड़ा मन कर रहा है....प्लीज़ जल्दी चलो ना अंदर...''

कहते -2 उसने अपने गीले होंठ अजय के होंठों पर रख दिए और बुरी तरह से चूसने लगी.

mad kiss

अजय तो उस चुम्मे को देखकर ही समझ गया की आज प्राची उसकी लेकर रहेगी...और इसलिए उसे अपने और पूजा के बीच वाला प्रोग्राम खटाई में जाता हुआ दिखाई दिया.

पर अगले ही पल उसने सोचा की वो तो इधर उधर मुँह मार रहा है, उसकी बीबी का क्या, वो अपनी प्यास बुझाने कहाँ जाए...वैसे भी उसने सुन रखा था की प्रेग्नेन्सी के समय औरत की चुदाई करवाने की इच्छा कई गुना बड़ जाती है...और वैसे भी अपनी बीबी के प्रति भी तो उसका कोई फ़र्ज़ है...और ऐसी हालत में थोड़ा संभलकर ही सही उसे खुश करना उसका फ़र्ज़ है.

cntd..........

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